मुंहासे (Pimples): प्रकार और उपचार
मुहांसे : मुहांसे यानी पिंपल्स (Pimples), एक आम स्किन प्रॉब्लम है जो ज्यादातर किशोर अवस्था में होती है, लेकिन कई बार यह युवावस्था या बाद में भी परेशान कर सकती है। बाजार में कई तरह की क्रीम और दवाइयाँ मिलती हैं, लेकिन घरेलू उपाय न केवल सुरक्षित होते हैं बल्कि बिना साइड इफेक्ट के असर भी दिखाते हैं।
इस ब्लॉग में हम आपको बताएंगे कुछ आसान और प्राकृतिक घरेलू उपाय जिनकी मदद से आप मुहांसों से राहत पा सकते हैं।
मुंहासे किसे प्रभावित करते हैं?
मुंहासे एक व्यापक त्वचा रोग है जो विभिन्न उम्र और पृष्ठभूमि के पुरुषों और महिलाओं को प्रभावित करता है। जबकि Harmons Changes के कारण किशोरावस्था के दौरान Pimples होना आम बात है, यह वयस्कता में भी जारी रह सकते हैं। सबसे अधिक प्रभावित उम्र वर्ग आमतौर पर 12 से 24 वर्ष के बीच होता है। हालांकि, वयस्क-प्रारंभ मुंहासे भी असामान्य नहीं हैं, और यह आपके मिड-20s के दशक के मध्य के बाद भी प्रभावित कर सकते हैं।
पिम्पल्स कितने प्रकार के होते हैं – (Types Of Pimples)
किसी के छोटे तो किसी किसी के बड़े पिम्पल्स होते हैं । इसमें पानी और पस दोनों ही तरह की फुंसियां होती हैं। इनमें तेज दर्द के साथ कई बार खून भी निकलता है। त्वचा पर होने वाले ब्लैकहेड्स और व्हाइटहेड्स को भी मुंहासे ही कहा जाता है। यूं तो इसमें दर्द नही होता है, लेकिन कील लंबी जो तो निकालते समय ये भी कई बार दर्द करते हैं। जयादातर लड़किया अपने पिम्पल्स को देख परेशां हो जाती है और मार्किट में अवेलेबल तरह तरह के प्रोडक्ट्स लगा लेती है, जिसमे चेमिकल्स वगेरा भी मिला होता है, और सबसे जरूरी हर स्किन पे हर कोई प्रोडक्ट सूट नहीं करता ।
1. ब्लैकहेड्स (Blackheads)
इसे आम भाषा में “काले कील” या “काले धब्बेदार कील-मुहांसे” भी कहा जा सकता है। ब्लैकहेड्स त्वचा की एक आम समस्या है, जो तब होती है जब त्वचा के रोमछिद्र (pores) तेल, मृत त्वचा कोशिकाओं और गंदगी से भर जाते हैं। जब यह मिश्रण हवा के संपर्क में आता है, तो यह ऑक्सीडाइज होकर काला दिखने लगता है, जिससे ब्लैकहेड्स बनते हैं।
2.व्हाइटहेड्स (Whiteheads)
इसे आम भाषा में “सफेद कील”, या “बंद रोमछिद्र” कहा जाता है।
व्हाइटहेड्स त्वचा की एक प्रकार की समस्या है जो तब होती है जब त्वचा के रोमछिद्र (pores) तेल (sebum), मृत त्वचा कोशिकाएं, और गंदगी से भर जाते हैं और ये रोमछिद्र पूरी तरह से बंद रहते हैं। क्योंकि ये हवा के संपर्क में नहीं आते, इसलिए ये काले नहीं होते — और सफेद या त्वचा जैसे रंग के उभरे हुए दाने दिखाई देते हैं।
3.दाना या फुंसी मुंहासे (Pustule)
दाना या फुंसी (Pustule) को हिंदी में आमतौर पर फुंसी, पीप वाले दाने, या मवाद वाले मुंहासे कहा जाता है। ये त्वचा की ऐसी स्थिति होती है जिसमें दाने के अंदर सफेद या पीले रंग की मवाद (pus) भरी होती है।
Pustule एक प्रकार का एक्ने (Acne) है जो तब बनता है जब त्वचा के रोमछिद्रों में तेल (sebum), मृत त्वचा, और बैक्टीरिया फंस जाते हैं और वहां सूजन हो जाती है। इसका नतीजा होता है – लाल रंग का उभरा हुआ दाना, जिसके सिर पर मवाद (पीप) भरी होती है।
मुंहासों के लिए असरदार घरेलू उपाय (Home Remedies for Pimples)
1. नीम की पत्तियाँ
पिम्पल्स ठीक करने के लिए यह एक बेहद प्रभावी औषधि है। इसमें एंटीबैक्टीरियल, एंटीफंगल और एंटीइंफ्लेमेटरी तीनों ही गुण पाए जाते हैं।
कैसे इस्तेमाल करें:
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7–8 नीम की पत्तियाँ लें और पानी में उबाल लें।
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उसे पीसकर पेस्ट बना लें।
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मुंहासों पर लगाएं, 15 मिनट बाद धो लें।
फायदा:
नीम में एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं जो बैक्टीरिया से लड़ते हैं।
2. नींबू और शहद का फेसपैक
कैसे करें इस्तेमाल:
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1 चम्मच नींबू का रस लें
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उसमें 1 चम्मच शुद्ध शहद मिलाएं
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चेहरे पर लगाएं और 15-20 मिनट बाद धो लें
फायदा:
नींबू में मौजूद सिट्रिक एसिड स्किन को क्लीन करता है और शहद एंटीबैक्टीरियल गुणों से मुहांसों को दूर करता है।
3. मुल्तानी मिट्टी (Sandalwood)
पिम्पल्स के लिए मुल्तानी मिट्टी वरदान है। त्वचा से अत्याधिक तेल और गंदगी हटाने में मुल्तानी मिट्टी बेहद कारगर है। इसे रोज नहाते समय गुलाबजल में मिलाकर चेहरे पर लगाएं। पिम्पल्स चेहरे से यूं गायब होंगे जैसे कभी थे ही नही।
कैसे इस्तेमाल करें:
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2 चम्मच मुल्तानी मिट्टी + गुलाब जल मिलाकर पेस्ट बनाएं।
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चेहरे पर लगाएं, सूखने पर धो लें।
फायदा:
त्वचा से अतिरिक्त तेल हटाती है, रोमछिद्र साफ करती है।
4. एलोवेरा जेल (Alovera)
एलोवेरा के एक नहीं, कई आयुर्वेदिक गुण हैं। इसे खाया भी जा सकता है और लगाया भी जा सकता है। त्वचा संबंधी रोगों के लिए यह अतिउत्तम है। इसका नियमित रूप से इस्तेमाल करने से पिम्पल्स को जड़ से खत्म किया जा सकता है।
कैसे इस्तेमाल करें:
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ताज़ा एलोवेरा पत्ता काटें और उसका जेल निकालें।
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सीधे मुंहासों पर लगाएं, रात भर रहने दें।
फायदा:
सूजन और जलन कम करता है, त्वचा को ठंडक देता है।
5. हल्दी और चंदन का पेस्ट
हल्दी (Turmeric) और चंदन (Sandalwood) दोनों ही भारतीय परंपरा और आयुर्वेद में अपनी औषधीय और सौंदर्य गुणों के लिए प्रसिद्ध हैं। इनका उपयोग त्वचा की देखभाल से लेकर शरीर की भीतरी समस्याओं तक के लिए किया जाता है।
कैसे इस्तेमाल करें:
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1 चम्मच चंदन पाउडर + 1 चुटकी हल्दी + गुलाबजल मिलाएं।
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चेहरे पर लगाएं, 20 मिनट बाद धो लें।
फायदा:
एंटीसेप्टिक और स्किन-सोथिंग गुणों से भरपूर।
✅ कुछ जरूरी सावधानियाँ:
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बार-बार मुंह न छुएं
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चेहरा दिन में दो बार माइल्ड फेसवॉश से धोएं
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ज्यादा तला-भुना और मसालेदार खाना कम करें
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रोज़ 8-10 गिलास पानी पिएं . इसके अलावा Coconut Water , Seasonal Juice , Beetroot Juice भी पिए ।
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पर्याप्त नींद लें
📝 निष्कर्ष
मुहांसे चाहे हार्मोनल कारण से हों या खानपान की गड़बड़ी से — घरेलू उपायों से इन पर काबू पाया जा सकता है। इन उपायों को नियमित रूप से अपनाने से आपकी त्वचा साफ, निखरी और हेल्दी दिखेगी।
👉 ध्यान दें: अगर मुहांसे बहुत ज्यादा हो रहे हैं या लंबे समय से ठीक नहीं हो रहे, तो किसी स्किन स्पेशलिस्ट से संपर्क ज़रूर करें।