Delhi se Badrinath Family Trip:- An Exciting and Complete Travel Guide

Delhi se Badrinath Family Trip: रात की यात्रा से लेकर दर्शन तक                                           की पूरी योजना

Badrinath Dham

 

 

🧭 चारधाम यात्रा का शुभारम्भ

चारधाम यात्रा को प्राचीन काल से ही “स्वर्ग  का द्वार” कहा जाता है। इसकी शुरुआत आप किसी भी धाम से कर सकते हैं, लेकिन प्रत्येक स्थल आध्यात्मिक ऊर्जा से भरपूर होता है।

🌊 पौराणिक कथा – बद्रीनाथ

  • बद्री नाम की उत्पत्ति:

    भगवान विष्णु, नर-नारायण के रूप में, बद्रीनाथ क्षेत्र में तपस्या कर रहे थे। अत्यधिक ठंड से बचाने के लिए, माता लक्ष्मी ने बद्री (बेर) का पेड़ बनकर उन्हें आश्रय दिया। इसलिए, इस स्थान का नाम बद्रीनाथ पड़ा। 

  • शिव-पार्वती से स्थान प्राप्त करना:

    एक कथा के अनुसार, भगवान विष्णु ने शिव-पार्वती से यह स्थान प्राप्त करने के लिए एक बालक का रूप धारण किया और रोना शुरू कर दिया। पार्वती ने उसे चुप कराने की बहुत कोशिश की, लेकिन वह नहीं माना। जब शिव-पार्वती उसे घर के अंदर ले जाने लगे, तो शिव को पता चल गया कि यह विष्णु हैं। 

  • आदि शंकराचार्य द्वारा पुनर्स्थापित:

    बद्रीनाथ धाम को आदि गुरु शंकराचार्य ने पुनः स्थापित स्थापित किया। 

  • पांडवों की कहानी:

    पांडवों और द्रौपदी ने स्वर्ग के लिए बद्रीनाथ के पास एक चोटी पर चढ़ाई की थी। 

  • तप्त कुंड:
    बद्रीनाथ मंदिर के अंदर एक तप्त कुंड है जिसके पानी को औषधी कहा जाता है, आप इसमें जरूर स्नान करे ये आपके मन्न और शरीर दोनों को आनंद देगा |

🌃 Step 1: दिल्ली से हरिद्वार की रात की यात्रा

  • आप रात को दिल्ली से ट्रेन या बस से हरिद्वार के लिए निकल सकते हैं।
  • सुबह-सुबह आप हरिद्वार पहुंच जाएंगे।

🛁 फ्रेश होने की व्यवस्था:

  • हरिद्वार स्टेशन के पास रेलवे वेटिंग रूम, धर्मशालाएं और बजट होटल्स आसानी से उपलब्ध हैं जहाँ आप फ्रेश होकर नहा सकते हैं।
  • आसपास के ढाबों या रेस्टोरेंट में नाश्ता कर सकते हैं (जैसे पूड़ी-सब्जी, चाय, इडली-सांभर)।

🚕 Step 2: हरिद्वार से बद्रीनाथ के लिए टैक्सी यात्रा

 

✅ क्यों टैक्सी बेहतर है?

  • बसें उपलब्ध हैं, लेकिन परिवार के साथ यात्रा में लाइन लगाना मुश्किल हो सकता है।

  • टैक्सी से आप अपनी सुविधा के अनुसार रुक सकते हैं और यात्रा आरामदायक होती है।

  • पहले से टैक्सी बुक करना अधिक किफायती और सुविधाजनक रहेगा।

🚖 टैक्सी के प्रकार

विकल्प विशेषताएँ
प्राइवेट टैक्सी एसी विकल्प सहित, आरामदायक
शेयरिंग टैक्सी बजट फ्रेंडली, परंतु AC नहीं, 8–10 लोग

🕗 Step 3: ट्रैफिक व मौसम का ध्यान रखें

  • यात्रा का व्यस्त समय: मई से जून मध्य तक

  • इस दौरान भीड़ और जाम अधिक होते हैं, इसलिए एक दिन का अतिरिक्त समय जरूर रखें।

🏔️ Step 4: बद्रीनाथ में ठहरने की उत्तम व्यवस्था

  • शाम तक आप बद्रीनाथ पहुँच जाएंगे। यहाँ धर्मशालाएं व छोटे- बड़े होटल उपलब्ध हैं, जहाँ आप विश्राम कर सकते हैं।
  • सुबह जल्दी दर्शन के लिए निकलें ताकि आपको कम स कम भीड़ मिले |
  • यहाँ पे आपको पार्किंग की सुविधा भी आराम से होटल या धर्मशाला के आस -पास ही मिल जाएगी |

🧘‍♂️ परिवार के लिए खास सुझाव ADVISORY( चार धाम के हर यात्रा में आपको ये ध्यान रखना है )

  • बुजुर्गों के लिए व्हीलचेयर की सुविधा मिलती है |
  • हर सदस्य के लिए थोड़े गर्म कपड़े अवश्य रखें। ( यहाँ बहुत पहाड़ी रास्ता है तोः रास्ते के लिए थोड़ी मेडिसिन भी रखे , जैसे Vomiting, Fever के लिए जरूर )
  • जुलाई–अगस्त में बारिश से रास्ते खतरनाक हो सकते हैं।
  • मोबाइल नेटवर्क सीमित हो सकता है।
  • पहाड़ी ड्राइवर्स और लोकल गाइड को प्राथमिकता दें।

📌 ध्यान दें: स्नान के लिए अतिरिक्त कपड़े जरूर रखें।

📄 पंजीकरण (Registration) अनिवार्य है

  • चार धाम यात्रा के लिए पंजीकरण आवश्यक है
  • आप online registration portal पर जाकर ऑनलाइन पंजीकरण कर सकते हैं
  • यात्रा के दौरान चेकिंग होती है, बिना रजिस्ट्रेशन आपको आगे नहीं बढ़ने दिया जाएगा

🚗 परमिट पास की आवश्यकता

  • टैक्सी ड्राइवर के पास परमिट पास होना जरूरी है
  • अगर आप अपनी कार से जा रहे हैं, तो स्वयं पास लेना होगा
  • अधिकतर टैक्सी वाले पास खुद ही बना लेते हैं

🔁 आगे की यात्रा विकल्प

बद्रीनाथ दर्शन के पश्चात आप यात्रा को आगे बढ़ाते हुए:

  •  👉 केदारनाथ, गंगोत्री या यमुनोत्री की ओर प्रस्थान कर सकते हैं — जो चारधाम यात्रा का एक प्रमुख और अत्यंत पवित्र धाम है।
  •  👉 आप चार धाम यारत्र में किसी भी धाम से दूसरे धाम की यात्रा कर सकते है अगर आपके पास समय है और आपकी हेल्थ भी ठीक है
  • 👉 अथवा यदि समय और सुविधा अनुसार चाहें, तो कुछ विश्राम के बाद सीधे दिल्ली वापसी भी कर सकते हैं।यहाँ पढ़े –

  • केदारनाथ जाने के लिए सम्पूर्ण ब्लॉग – दिल्ली से केदारनाथ

  • गंगोत्री जाने के लिए सम्पूर्ण ब्लॉग – दिल्ली से  गंगोत्री 

  • यमुनोत्री जाने के लिए सम्पूर्ण ब्लॉग – दिल्ली से यमुनोत्री 

🔚 निष्कर्ष

बद्रीनाथ की यात्रा केवल दर्शन नहीं, बल्कि एक संस्कार और अनुभव है —
जहाँ प्रकृति, आस्था और परंपरा का अद्भुत संगम होता है।

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